कोलकाता में एक महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के विरोध में प्रदर्शन तेज हो गए हैं। 64 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।

मंगलवार को 'नबन्ना अभिजन' रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। भाजपा ने 12 घंटे का "बांग्ला बंद" बुलाया।

बंद के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने रेल और बस सेवाओं को रोकने की कोशिश की। पुलिस कार्रवाई से राज्य में आंशिक रूप से जनजीवन प्रभावित हुआ।

स्कूल और कॉलेज खुले रहे, लेकिन उपस्थिति कम रही। टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के बंद का विरोध किया, जिससे कई जगहों पर हिंसा हुई।

प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेताओं को हिरासत में लिया गया। सुवेंदु अधिकारी ने चेतावनी दी कि अगर पुलिस का 'दमन' जारी रहा, तो पार्टी राज्य को 'ठहरा' देगी।

राज्य सरकार ने बुधवार को किसी भी बंद की अनुमति देने से इनकार किया और लोगों से इसमें भाग न लेने की अपील की।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी राज्य सचिवालय की ओर बढ़े, जहां पुलिस ने कार्रवाई की।

पुलिस कार्रवाई के दौरान कोलकाता शहर के कई हिस्सों में 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया और कई लोग घायल हो गए।

रैली का आयोजन 'पश्चिमबंग छात्र समाज' ने किया था, जो 9 अगस्त को हुई घटना के विरोध में था।

सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है और एम्स दिल्ली के विशेषज्ञों की राय ले रही है कि क्या संजय रॉय ही मुख्य आरोपी है।

संजय रॉय वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है। सीबीआई और ईडी इस मामले की जांच कर रहे हैं, जिसमें वित्तीय अनियमितताओं की भी जांच हो रही है।